विकास समितियों के माध्यम से कॉलोनियों में जलापूर्ति की व्यवस्था होगी पुख्ता, शिकायत पर बदले जा सकेंगे व्यवस्थापक -जिला कलक्टर

जयपुर । जिला कलक्टर श्री जगरूप सिंह यादव ने उन पर नियंत्रण एवं निगरानी नहीं रखी जाती। इससे स्थायी शुल्क, सिक्योरिटी राषि, संतुष्टि/असंतुष्टि जैसी रिपोर्ट देने के लिए निर्देषित किया। साथ ही निगम में कहा है कि शहर की विभिन्न कॉलोनियों में विकास कॉलोनियों में जलापूर्ति पर एकाधिकार तथा अधिक एवं जानकारियां जुटाई जा रही हैं। जिला कलक्टर श्री यादव लोक सेवा की गारण्टी अधिनियम के अन्तर्गत सेवाओं समितियों की निगरानी में नलकूपों द्वारा जारी पेयजल असमान शुल्क लेकर भी षिकायत आती हैं। ने घरों में सरकारी पाइप लाइन में बूस्टर लगाने वालों पेंडेंसी कम करने एवं नगर निगम के अधीन हर आपूर्ति व्यवस्था को और पुख्ता किया जाएगा। इन श्री यादव ने अधिकारियों को निर्देष दिए कि विकास खिलाफ भी सख्त कार्यवाही करने एवं उपयोग किए जा कार्यालय में इसकी सूचना प्रदर्षित करने को कहा। कॉलोनियों के उपभोक्ताओं की संतुष्टि, असंतुष्टि एवं समिति को नलकूप से जलापूर्ति व्यवस्था के हस्तांतरण रहे बूस्टर्स जब्त करने के निर्देष दिए हैं। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को मौसमी बीमारियों षिकायत आने पर जलापूर्ति की जिम्मेदारी बदलकर में व्यवस्थापकों का एक पैनल तैयार किया जाए। उन्होंने बताया कि प्रभारी सचिव ने भी बैठक में की रोकथाम के लिए लगातार एंटी लार्वा गतिविधियां एवं कॉलोनी में दूसरे पैनल को सौंपी जा सकेगी। श्री यादव षिकायत अथवा असंतोष की स्थिति में यह व्यवस्था अवैध रूप से बूस्टर के उपयोग पर चिंता जाहिर करते आईईसी करने, त्योहारी सीजन को देखते हुए नकली ने इस पूरी योजना की समीक्षा करने, ऐसे उपभोक्ताओं अन्य पैनल को सौंपे जाने की व्यवस्था की जाए। इसमें हुए इन पर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देष दिए थे। श्री खाद्य सामग्री का निर्माण और बेचान करने वालों के की संतुष्टि एवं समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त करने सामयिक बदलाव किया जाना भी संभव हो। उन्होंने यादव ने पीएचइडी के अधिकारियों को प्रतिदिन ऐसे खिलाफ सख्त कार्यवाही करने। हर दिन कम से कम 10 एवं जलापूर्ति व्यवस्था पर एकाधिकार रोकने के लिए हर इसके लिए इन कॉलोनियों के उपभोक्ताओं का रैण्डम बूस्टर्स की धरपकड़ करने, साप्ताहिक आधार पर इनकी सेंम्पल लेने के लिए टीमों की संख्या बढ़ाने के निर्देष माह कम से कम 10 प्रतिषत नलकूपों का सर्वे करने के सर्वे करने के निर्देष दिए हैं। संख्या बताने एवं बूस्टर्स लगाने वालों को नोटिस देने दिए गए। निर्देष दिए हैं। जिला कलक्टर श्री यादव के निर्देष के बाद और चालान करने के निर्देष दिए हैं। उन्होंने कहा कि विद्युत वितरण निगम के अधिकारियों को बैठक में श्री यादव ने जयपुर शहर में पीएचईडी के कामकाज पीएचईडी के सभी नगर खण्डों में सर्वे कार्य शुरू कर खासकर जलापूर्ति के समय पानी के कम दवाब वाले कच्ची बस्तियों के साथ ही हाईटेंषन लाइनों के गुजरने की समीक्षा करते हुए कहा कि अत्यधिक विस्तार ले चुके दिया गया है। इसमें हर माह दस प्रतिषत नलकूपों के बारे इलाकों में इसके लिए खास निगरानी रखी जाए। वाली कॉलोनियों का सर्वे कराने के लिए निर्देषित किया शहर में एक बड़ी आबादी इन नलकूपों पर निर्भर है। में कॉलोनीवासियों से जानकारी प्राप्त की जाएगी। इसमें अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रथम श्री इकबाल खान गया। साथ ही पीडब्यूडी की वेबसाईट पर डीएलपी शहर में ऐसे 600 से अधिक नलकूपों से शहरी नलकूप की स्थिति, आकार, वह चालू है या बंद, यदि ने कहा कि पेयजल लाइनें लीकेज होने की स्थिति में सड़कों एवं पेचवर्क की जानकारी का एक लिंक बनाने पेयजलापूर्ति व्यवस्था रहित कॉलोनियों के निवासियों को बंद है तो बंद होने का कारण, सोसायटी का नाम, तुरन्त ठीक करने की कार्यवाही की जाए। उन्होंने नगर के निर्देष दिए गए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर पेयजल उपलब्ध हो रहा है। पीएचईडी द्वारा एक बार पीएचईडी द्वारा हस्तांतरण का वर्ष, प्रति घंटा जलापूर्ति, निगम के अधिकारियों को रेजिडेंषियल इलाकों में जारी चतुर्थ श्री अषोक कुमार, ईस्ट श्री राजीव पाण्डे, नलकूप खोदकर एवं बिजली कनेक्षन के साथ कॉलोनी जलापूर्ति की अवधि, जलापूर्ति से जुड़े घर, कितने व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का जोन स्तर पर सर्वे करने एवं चिकित्सा, वन, पीडब्ल्यूडी, नगर निगम, जेवीएनएल की विकास समिति के नियंत्रण में दे दिए जाने के बाद उपभोक्ताओं को और कनेक्षन दिया जा सकता है?, नोटिस देकर उन्हें सीज कराने की कार्यवाही की दैनिक समेत विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि शामिल हुए।