बीकानेर रेलवे बाईपास लाइन से समस्या का स्थाई समाधान हो सकेगाः जलदाय मंत्री

जयपुर। जलदाय और ऊर्जा मंत्री डा. बी डी कला ने बीकानेर सिटी के हृदय स्थल कोटगेट पर रेल फाटकों के कारण शहरवासियों को लम्बे समय से हो रही भारी परेशानी से निजात दिलाने के लिए मंगलवार को जयपुर में उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री अरूण प्रकाश के साथ बैठक में बीकानेर बाई पास रेल लाइन% बनाकर इस समस्या का स्थाई समाधान करने की बात कहीं। उन्होंने इस ज्वलंत समस्या के निदान और बीकानेर के लोगों की भविष्य की आवश्यकताओं के मद्देनजर तमाम आवश्यक पहलुओं पर महाप्रबंधक से विस्तार से बातचीत की। मीना भी मौजूद रहे। किया जा चुका है। जनप्रतिनिधियों ने भी डा. कल्ला ने स्थानीय जरूरतों, डा. कल्ला ने बैठक में बताया कि इस बारे में समय-समय पर मण्डल रेल तकनीकी पहलओं और बीकानेर में आने बीकानेर-लालगढ़ रेल लाइन पर बने चार प्रबंधक, बीकानेर को जानकारी दी है। वाले वाले समय में रेलवे के विस्तार की फाटकों में से दो पर रोड़ ओवर ब्रिज डा. कल्ला ने उत्तर पश्चिम रेलवे के दरगामी जरूरतों की ओर महाप्रबंधक और बनाये गये हैं जबकि कोटगेट क्षेत्र में अधिकारियों को बताया कि बीकानेर के रेलवे के अन्य अधिकारियों का ध्यान स्टेशन के पास दो अन्य रेलवे फाटक लोगों की इस समस्या को दूर करने के आकर्षित करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में (फाटक संख्या 140 एवं 141) स्थित लिए बीकानेर बाई पास रेल लाइन की रेलवे लाइन के दोनों ओर घना आबादी है, जो दिन में करीब 50 बार बंद होते है। स्वीकृति रेलवे बोर्ड ने वर्ष 2003-2004 श्लेत्र और माकेट होने के कारण यहां इससे बीकानेर शहर का सम्पर्क कई बार में ही दे दी थी। इसके बाद राज्य सरकार भविष्य में डबल लाईन का निर्माण और बाहरी क्षेत्र से कटा रहता है। लोगों का के आग्रह पर उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा एक विद्यतीकरण करते हए आधनिकीकरण भी आना-जाना दूभर हो जाता है, साथ ही सर्वे किया, लेकिन राजस्थान सरकार एवं सम्भव नहीं है। उन्होंने बैठक में बीकानेर लम्बे समय तक जाम लगा रहता है, जो रेलवे मंत्रालय के बीच में एमओयू नहीं बाईपास रेल लाइन का नक्शा भी यहां के जनजीवन को रोजाना प्रभावित होने के कारण वर्ष 2009-2010 में रेल अधिकारियों को सुपर्द किया। करता है। मंत्रालय द्वारा यह कार्य निरस्त कर दिया जलदाय और ऊर्जा मंत्री ने बैठक में जलदाय और ऊर्जा मंत्री ने कहा कि गया। इस निर्णय का एक कारण बीकानेर रेलवे के अधिकारियों से बीकानेर में रेलवे बीकानेर एवं लालगढ़ रेलवे स्टेशनों के व लालगढ़ स्टेशन के बीच भविष्य में रेल बाईपास के साथ ही रतलाम-डूंगरपुर रेल बीच यह एक ही रेलवे लाइन है, जो चारो गाड़ियों के कम आवागमन होने का बताया लाईन परियोजना, मेड़ता एवं पुष्कर के तरफ से शहर की आवासीय कॉलोनियों गया। लेकिन ब्राडगेज लाइन आने के बाद बीच रेल चलाने तथा टोंक को रेलवे एवं व्यस्ततम भीड़भाड़ वाले बाजार से यात्री गाड़ियों की संख्या पहले से काफी लाईन से जोड़ने के सम्बंध में भी चर्चा घिरी है। उन्होंने कहा कि कोटगेट क्षेत्र में बढ़ गई है, कोटगेट क्षेत्र के इन दो रेलवे की। इस बैठक में इंडियन रेलवे ट्रैफिक सिंगल रेलवे लाईन के आस-पास लोगों फाटकों से औसतन प्रति घण्टा एक से दो सर्विस के अधिकारी (रिटायर्ड) डा. के घर बने हुए है, जब भी ट्रेनें यहां से ट्रेन गुजरती है। इससे इन दो फाटकों के किशनलाल मेघवाल, उत्तर पश्चिम रेलवे गुजरती है, तो इन घरों में कम्पन्न होता है। अधिक समय तक बंद रहने के कारण के मुख्य परिचालन प्रबंधक श्री रविन्द्र इस कारण ये घर गिर सकते है और हादसा बीकानेर शहरवासियों को बहुत कष्ट उठाना गोयल एवं निर्माण विभाग के चीफ भी हो सकता है। इस बारे में रेल यूजर्स पड़ता है। जलदाय मंत्री ने कहा कि एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर श्री सी. एल. द्वारा कई बार जन प्रतिनिधियों से आग्रह राजस्थान सरकार द्वारा बीकानेर में रेलवे